धर्म- कर्म

सोमवार और अक्षय तृतीया का मेल, महापुण्यों के साथ देगा सांसारिक वस्तुओं का वरदान

अक्षय तृतीया , शुभ , मूहर्त , विवाह

वैशाख माह में भगवान विष्णु व परमेश्वर शिव के पूजन का विशेष महत्व है परंतु वैशाख माह के शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि अर्थात अक्षय तृतीया को किया गया शिव परिवार पूजन अक्षय फल प्रदान करता ह। अक्षय तृतीया को युगादि तिथि भी कहा जाता है। सुख, शांति, सौभाग्य तथा समृद्धि हेतु इस दिन शिव-पार्वती व नर-नारायण के पूजन का विधान है। इस दिन श्रद्धा-विश्वास के साथ व्रत रख जो प्राणी पवित्र नदियों और तीर्थो में स्नान कर अपनी शक्तिनुसार देवस्थल व घर में ब्राह्मणों द्धारा यज्ञ, होम, देव-पितृ तर्पण, जप, दानादि शुभ कर्म करते हैं उन्हें उन्नत व अक्षय फल की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति अक्षय तृतीया पर शिव पूजन कर पूज

आखातीज के दिन सवा दो घंटे पहले हो जाएगा सूर्यास्त

आखातीज , अक्षय तृतीया

अक्षयतृतीया को अद्भुत खगोलीय घटना बुध का पारगमन(ट्रांजिस्ट ऑफ मर्करी)होगा। इस दिन सूर्य के बिम्ब पर बुध गुजरेगा। सूर्य और पृथ्वी के बीच बुध के जाने से धरती पर अंधेरा छा जाएगा और लगभग सवा दो घंटे पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा। यह दावा नगर के ज्योतिषी डॉ.सीताराम त्रिपाठी ने किया है। अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.त्रिपाठी ने खगोलीय मंडल का सूक्ष्म अध्ययन कर बताया कि साल भर में कुल तीन ग्रहण लगेंगे। दस साल बाद बुध का पारगमन होगा जो इस इस दशक की अद्भुत खगोलीय घटना होगी। इस अद्भुत खगोलीय घटना को संपूर्ण विश्व में देखा जा सकेगा। यह योग भारतीय समयानुसार शाम 4:40 बजे

विशेस - हनुमान जयंती का त्यौहार - बालाजी का जन्मदिन

हनुमान जी के प्रसिद्ध नाम और उनका मुख्य अर्थ :

हनुमान जयंती का त्यौहार बालाजी के भक्तो के लिए सबसे बड़ा त्यौहार है | हनुमान जयंती राम भक्त हनुमान के जन्मोस्त्सव के रूप में बड़ी धूम धाम से हनुमान भक्तो के द्वारा मनाई जाती है |
महावीर हनुमान को सबसे शक्तिशाली देवता के रूप में पूजा जाता है |श्री हनुमान जयंती त्यौहार इन्होने भगवान श्री राम के चरणों में अपने जीवन को समर्प्रीत कर दिया और राम भक्ति में इनका कोई सानी नहीं है | ये अमर और चिरंजीवी है | इन्होने असंभव कार्यो को चुटकी भर पल में समूर्ण कर दिया है , अतः इन्हे संकट मोचक के नाम से भी पुकारा जाता है |

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