सोमवार और अक्षय तृतीया का मेल, महापुण्यों के साथ देगा सांसारिक वस्तुओं का वरदान
Submitted by Skahore on 9 May 2016 - 2:13amवैशाख माह में भगवान विष्णु व परमेश्वर शिव के पूजन का विशेष महत्व है परंतु वैशाख माह के शुल्क पक्ष की तृतीया तिथि अर्थात अक्षय तृतीया को किया गया शिव परिवार पूजन अक्षय फल प्रदान करता ह। अक्षय तृतीया को युगादि तिथि भी कहा जाता है। सुख, शांति, सौभाग्य तथा समृद्धि हेतु इस दिन शिव-पार्वती व नर-नारायण के पूजन का विधान है। इस दिन श्रद्धा-विश्वास के साथ व्रत रख जो प्राणी पवित्र नदियों और तीर्थो में स्नान कर अपनी शक्तिनुसार देवस्थल व घर में ब्राह्मणों द्धारा यज्ञ, होम, देव-पितृ तर्पण, जप, दानादि शुभ कर्म करते हैं उन्हें उन्नत व अक्षय फल की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति अक्षय तृतीया पर शिव पूजन कर पूज